
सतनवाड़ा बालिका छात्रावास मामले में कलेक्टर की बड़ी कार्यवाही
एपीसी जेण्डर संतोष गर्ग की प्रतिनियुक्ति समाप्त, भेजा मूल विभाग
शिवपुरी। जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास सतनवाड़ा में निवासरत बालिकाओं ने पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह से निरीक्षण के दौरान की गई गंभीर शिकायतों के मामले में कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बड़ी कार्यवाही की है। छात्रावासों की मॉनीटरिंग के लिए नियुक्त जिला शिक्षा केन्द्र के सहायक परियोजना समन्वयक जेण्डर संतोष गर्ग की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है। गर्ग को एपीसी के पद से हटाकर उनकी सेवाएं वापस मूल विभाग स्कूल शिक्षा विभाग को लौटा दी हैं। बता दें कि इस मामले में छात्रावास की वार्डन राजरानी गंधर्व को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
पोहरी विधायक ने 9 अगस्त को उक्त छात्रावास का निरीक्षण किया था। इसमें छात्रावास की बालिकाओं ने विधायक के समक्ष भोजन मेन्यू अनुसार एवं गुणवत्तापूर्ण न दिए जाने सहित मूलभूत आवश्यकता की सामग्री जैसे साबुन, शैम्पू आदि प्रदाय न किए जाने की शिकायत की थी। इस मामले में एपीसी जेण्डर संतोष गर्ग को 9 अगस्त को नोटिस जारी कर १२ अगस्त तक जबाब मांगा गया था, लेकिन निर्धारित अवधि में उन्होंने जबाव नहीं दिया। इसे कार्य के प्रति लापरवाही, उदासीनता मानते हुए कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक रवीन्द्र कुमार चौधरी ने गर्ग की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर सेवाएं मूल विभाग को वापस कर दी हैं। यह कार्यवाही राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के 17 सितम्बर 2012 के उन निर्देशों के क्रम में की गई है, जिसमें एपीसी जेण्डर छात्रावासों के सुचारू संचालन एवं मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी निहित की गई है, लेकिन गर्ग ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया। साथ ही उनके प्रतिनियुक्ति आदेश 30 सितम्बर 2022 की कंडिका 3 के उल्लंघन का भी उन्हें दोषी पाया गया। छात्रावास मामले में कलेक्टर द्वारा की गई इस कार्यवाही को जिले में अब तक की एक बड़ी कार्यवाही के रूप में देखा जा रहा है।