नामांकन वाले 8 स्कूलों में पदस्थ 14 शिक्षकों को काउंसलिंग में मिली जगह
काउंसलिंग के लिए बुलाए थे 14 शिक्षक, 8 शिक्षकों को दूसरे विद्यालयों में भेजा
शिवपुरी। जिले के 11 सरकारी स्कूलों में ऐसे 14 शिक्षक पदस्थ थे जहां एक भी बच्चें का दाखिला नहीं था। जिले के प्राइमरी स्कूलों के ऐसे 14 शिक्षकों की काउंसलिंग जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने गुरुवार को की। लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल से गाइडलाइन लेकर डीईओ ने शहर के फिजिकल कॉलेज में काउंसलिंग समिति से काउंसलिंग कराई गई, जिसमें 14 शिक्षकों में से 8 शिक्षकों को काउंसलिंग में वहां जगह मिल गई, जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं थे या फिर कम शिक्षक थे। वही तीन स्कूल ऐसे थे जो की पोर्टल पर छात्र संख्या दिख रहे थे। इस तरह छह शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल नहीं किया गया। खास बात यह रही कि इसमें दो शिक्षक उच्च पद प्रभार मिल जाने से काउंसलिंग में शामिल नहीं हुए।
परीक्षा प्रभारी वत्सराज राठौड ने बताया कि गुरुवार को जिले के 5 ब्लाकों के 11 स्कूलों में नामांकन शून्य हो जाने से प्राथमिक शिक्षकों को शिक्षक विहीन और कम शिक्षकों वाली शाला में भेजने के लिए काउंसलिंग हुई। शहर के फिजिकल कॉलेज में गुरुवार दोपहर काउंसलिंग समिति के सदस्य प्राचार्य मुकेश मेहता, प्राचार्य एनके जैन, प्राचार्य भूपेंद्र शर्मा, प्राचार्य संजय जैन व माध्यमिक शिक्षक यादवेंद्र चौधरी ने काउंसलिंग कराई। काउंसलिंग में प्राथमिक विद्यालय लुधावली के सहायक शिक्षक मोहम्मद राशिद को डांडा शंकरपुर शिवपुरी, अखाई महादेव बदरवास की ममता ओझा को स्टेशन रोड शिवपुरी, प्रावि अखाई महादेव से हरिराम कुशवाहा को रेंझा डांग बदरवास, जीपीएस ठाकुर बाबा सिंहनिवास से गरिमा सिंह को एकीकृत मावि रातौर, ठाकुर बाबा सिंहनिवास से राजकुमार जाटव को खोड़, मनोज शर्मा को कुपेड़ा से पिपरसमा शिवपुरी, नीतू गौड़ को ठाकुर बाबा सिंह निवास से छिरैटा, राजकुमार वर्मा को जीपीएस नारौनी से माध्यमिक विद्यालय दबरा दिनारा का काउंसलिंग में चयन किया गया। इस तरह जिले के शिक्षकों को काउंसलिंग में उनकी मनचाही संस्था में पद स्थापना मिल गई।
