October 15, 2025
अपने ही पैसों के लिए भटक रहा किसान, इलाज न मिलने से पत्नी की जान पर बन आई

शिवपुरी — जिला सहकारी बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले का असर अब आम लोगों की जिंदगी पर पड़ने लगा है। नरवर तहसील के ग्राम जरावन निवासी एक पीड़ित किसान बद्रीप्रसाद बदहाल इन दिनों अपनी पत्नी के इलाज के लिए भटकने को मजबूर है। उसकी पत्नी की हालत गंभीर है, लेकिन बैंक में जमा अपनी ही रकम न मिल पाने से इलाज रुक गया है।

बद्रीप्रसाद ने शिवपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर डॉ. रविंद्र कुमार चौधरी को आवेदन सौंपा। किसान का कहना है कि उसकी पत्नी की बच्चेदानी में गंभीर संक्रमण है और झांसी के एक अस्पताल में भर्ती है। इलाज के लिए तुरंत पैसों की जरूरत है, लेकिन सहकारी बैंक नरवर शाखा में जमा उसके 4 लाख रुपये अभी तक उसे नहीं मिल पाए हैं।

अगर समय पर पैसा नहीं मिला, तो मेरी पत्नी की जान जा सकती है। यह मेरे जीवनभर की कमाई है, जो बैंक में फंसी हुई है,” बद्री ने दुखी मन से कहा।

ज्ञात हो कि शिवपुरी जिले की सहकारी बैंक में करीब 100 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था। हाल ही में राज्य शासन द्वारा 50 करोड़ रुपये की सहायता राशि बैंक को दी गई थी, जिससे लोगों को उम्मीद थी कि अब उन्हें उनका पैसा वापस मिलेगा। लेकिन हकीकत यह है कि अभी भी कई खाताधारक अपने ही पैसों के लिए भटक रहे हैं।

बैंक द्वारा पैसे नहीं दिए जाने से किसान बद्री जैसे कई लोग मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से टूट चुके हैं। यह मामला शासन और बैंक प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

Shivpuritezkhabar

2 thoughts on “Shivpuritezkhabar|अपने ही पैसों के लिए भटक रहा किसान, इलाज न मिलने से पत्नी की जान पर बन आई

  1. मुलताई में कुछ बैंक, कुछ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बिना पार्किंग के संचालित हो रहे हैं, तथा कुछ लोगों ने पार्किंग के लिए जगह बहुत कम दी है। जो वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त नहीं है। इससे ग्राहको को वाहन खड़े करने में बहुत परेशानी होती है। आखिर बिना पार्किंग के बैंक कैसे संचालित हो रहे हैं। ये तो नियमों का उल्लघंन हो रहा है। सड़क किनारे वाहन खड़े करने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। कई बार दुर्घटना तक हो जाती है। सरकारी जमीन पर वाहन खड़े हो रहे हैं ।जबकि जिस भवन मे बैंक संचालित होती है उसकी स्वयं की पार्किंग होना जरूरी है। मुलताई में संचालित सभी बैंकों की पार्किंग व्यवस्था की जांच होना चाहिए।
    कुछ बेसमेंट बिना अनुमति के बने हैं। कुछ व्यावसायिक भवनों के नक्शे बिना पार्किंग दिए पास हुए हैं। कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर पक्का अतिक्रमण कर लिया है। जांच होना चाहिए।
    रवि खवसे, मुलताई (मध्यप्रदेश)

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