📰 आज का सूर्य ग्रहण 21-22 सितंबर 2025: 122 साल बाद एक महीने में चंद्र और सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग

आज 21 सितंबर 2025 की रात से 22 सितंबर की सुबह तक आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। यह साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण है।
विशेष बात यह है कि इस महीने पहले 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण भी हुआ था। 122 साल बाद यह दुर्लभ संयोग बन रहा है, चंद्रग्रहण से पितृपक्ष की शुरुआत हुई और सूर्य ग्रहण से समाप्ति हो रही है।
—
⏰ सूर्य ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार)
प्रारंभ: 21 सितंबर 2025, रात 10:59 बजे
चरम (पीक): 22 सितंबर 2025, रात 1:11 बजे
समाप्ति: 22 सितंबर 2025, सुबह 3:23 बजे
> भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा क्योंकि सूर्य अस्त हो चुका होगा।
—
🌍 ग्रहण कहाँ दिखाई देगा
न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट
अंटार्कटिका
प्रशांत महासागर के द्वीप
> अंटार्कटिका और न्यूजीलैंड में ग्रहण सबसे अधिक समय तक दिखाई देगा।
—
🔭 सूर्य ग्रहण क्या है?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का कुछ हिस्सा या पूरा हिस्सा ढक जाता है।
यदि सूर्य का कुछ हिस्सा ही ढकता है → आंशिक सूर्य ग्रहण
यदि पूरा सूर्य ढक जाता है → पूर्ण सूर्य ग्रहण
आज का सूर्य ग्रहण आंशिक है।
—
🕉️ धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
यह ग्रहण पितृपक्ष के दौरान लग रहा है।
इस बार चंद्रग्रहण से पितृपक्ष की शुरुआत हुई और सूर्य ग्रहण से समाप्ति हो रही है।
पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और दान करना शुभ माना जाता है।
ग्रहण और सूतक में:
भोजन पकाना और खाना वर्जित है।
मंत्र जाप, ध्यान और पूजा विशेष फलदायी माने जाते हैं।
इस दिन पूर्वजों की कृपा प्राप्त करना और उनसे जुड़ाव महसूस करना आसान होता है।
—
🔮 राशियों पर प्रभाव
राशि प्रभाव सावधानी
मेष करियर में उतार-चढ़ाव निर्णय सोच-समझकर लें
वृषभ स्वास्थ्य में कमजोरी पर्याप्त आराम करें
मिथुन रिश्तों में तनाव संयमित रहें
कर्क धन-आर्थिक स्थिति में सुधार निवेश में सतर्कता
सिंह मानसिक शांति की आवश्यकता संतुलित दिनचर्या अपनाएं
कन्या व्यक्तिगत जीवन में बदलाव रिश्तों में समझदारी
तुला स्वास्थ्य की समस्याएँ योग और ध्यान करें
वृश्चिक सामाजिक सक्रियता समय का सही उपयोग करें
धनु शिक्षा और करियर में सफलता धैर्य बनाए रखें
मकर आर्थिक लाभ विवेकपूर्ण निर्णय लें
कुंभ स्वास्थ्य में सुधार नियमित व्यायाम और आहार
मीन रिश्तों में मधुरता समझदारी से व्यवहार करें
—
✅ ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें
क्या करें
सूर्य ग्रहण चश्मा पहनें: ISO मानक वाला चश्मा जरूरी।
ध्यान और मंत्र जाप करें: पुण्य और मानसिक शांति के लिए।
दान और पुण्य कार्य करें: गरीबों को भोजन, वस्त्र या धन का दान।
स्नान करें: ग्रहण के बाद स्नान करना शुभ।
धार्मिक अनुष्ठान करें: श्राद्ध और तर्पण विशेष फलदायी।
सूर्य ग्रहण से पहले तुलसी के पत्ते पानी में डालें
क्या न करें
सूर्य को सीधे आंखों से न देखें।
ग्रहण के दौरान भोजन पकाना और खाना वर्जित।
पूजा और मंत्र जाप को टालना अशुभ।
धूप के चश्मे, स्मोक्ड ग्लास या तात्कालिक फ़िल्टर का उपयोग पर्याप्त नहीं।
—
📅 अगला सूर्य ग्रहण
17 फरवरी 2026: अंटार्कटिका में दिखाई देगा
12 अगस्त 2026: पूर्ण सूर्य ग्रहण (कुछ यूरोपीय देशों में)
2 अगस्त 2027: भारत में दिखाई देगा (आंशिक)