
शिवपुरी। देहात थाना पुलिस ने शुक्रवार को कोटा-झांसी फोरलेन पर नशे की एक बड़ी खेप पकड़कर तस्करों के नेटवर्क का पर्दाफाश किया। पुलिस ने एक वाहन से करीब 30 किलो चरस बरामद की है, जिसकी अनुमानित कीमत 6 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इस मामले में मुख्य आरोपी संदीप सरदार है, जो मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है। करीब दो दशक पहले वह कोलारस आया था और यहां खेती की जमीन खरीदकर बस गया। खेती के साथ उसने धीरे-धीरे नशे के कारोबार की जड़ें मजबूत कीं। बताया जा रहा है कि वह नेपाल तक टमाटर की खेप भिजवाता और वापसी में वहां से नशे की आपूर्ति कराता था।
सूत्रों के अनुसार, संदीप ने स्थानीय स्तर पर जमीन का कारोबार भी किया और धीरे-धीरे नेताओं से संपर्क साधे। यही नहीं, वह कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होकर केंद्रीय मंत्री तक से फोटो खिंचवाने में सफल रहा।
इस गिरोह का नेटवर्क केवल शिवपुरी तक सीमित नहीं था। पुलिस जांच में सामने आया है कि पकड़ी गई चरस राजस्थान भेजी जानी थी। इसके लिए संदीप लखनऊ निवासी मोहन ठाकुर के संपर्क में था।
पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता में बताया कि जिले में नशे के कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके नेतृत्व में अब तक इस साल 10 करोड़ से अधिक का नशा जब्त किया जा चुका है। एसपी ने कहा कि आगे भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
गौरतलब है कि शिवपुरी में टमाटर की बड़े पैमाने पर सप्लाई नेपाल के गोरखपुर तक जाती है। तस्करों ने इसी रास्ते का फायदा उठाकर नशे की खेप मंगाने का नया तरीका बना लिया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी संदीप और उसके सहयोगी मोहन ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और नेटवर्क के बाकी लोगों की तलाश जारी है।