
शिवपुरी जिले के छर्च थाना क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से एक 30 साल की महिला की मौत हो गई। मृतका अपने पीछे चार छोटे बच्चों को छोड़ गई है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया है।
हिनोतिया गांव निवासी जगदीश कुशवाह ने बताया कि शुक्रवार सुबह उसकी पत्नी चनूटी कुशवाह को तेज सिरदर्द हो रहा था। उसे अपने बीमार भांजे को देखने गलथूनी जाना था, इसलिए वह पत्नी को भी अपने साथ ले गया। भांजे को देखने के बाद वे छर्च गांव पहुंचे, जहां उसी गांव के रहने वाले अरविंद सेन ने अपनी क्लिनिक पर बुलाकर चनूटी का इलाज किया।
जगदीश के अनुसार, अरविंद ने जांच के बाद पत्नी को बोतल और इंजेक्शन लगाया। इसके कुछ ही देर बाद चनूटी की तबियत बिगड़ने लगी। अरविंद के कहने पर वह उसे घर ले आया, लेकिन हालत और खराब हो गई। जब दोबारा पत्नी को लेकर अरविंद की क्लिनिक पहुंचा तो वह साथ में बाइक पर बैठकर पोहरी स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया और वहीं छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद महिला को जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि छर्च गांव में आधा दर्जन से ज्यादा अवैध क्लिनिक संचालित हैं। पूर्व में भी झोलाछाप डॉक्टरों के गलत उपचार के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई नहीं कर पाया है।