
दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद विचाराधीन बंदी की ग्वालियर में इलाज के दौरान
शिवपुरी। जिला मुख्यालय स्थित सर्किल जेल में दुष्कर्म के मामले में बंद विचाराधीन बंदी की ग्वालियर जयारोग्य अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पीएम कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इधर मृतक के परिजनो ने उनके बेटे के साथ मारपीट के आरोप लगाए है।
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी सर्किल जेल में रामकुमार उर्फ कल्ला पुत्र रामसिंह परिहार २६ मई २०२४ को एक १६ साल की नाबालिग को अपने साथ ले गया था। रन्नौद पुलिस ने आरोपी युवक पर केस दर्ज कर लिया था। बाद में पुलिस ने उसे ६ अगस्त को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में केस दर्ज कर शिवपुरी जेल भेज दिया था। इसके बाद जेल में रामकुमार की हालत बिगड़ी तो जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल फिर मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया था। मेडिकल कॉलेज से भी रामकुमार को ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर अस्पताल में बीते रोज रामकुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रामकुमार को सांस लेने में परेशानी आ रही थी, इसके बाद जब उसकी हालत बिगड़ी तो उसे जेल प्रबंधन ने अस्पताल भर्ती कराया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गया। ग्वालियर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
पिता ने लगाए बेटे के साथ मारपीट के आरोप
मृतक रामकुमार परिहार उर्फ कल्ला के पिता रामसिंह परिहार ने बेटे के साथ मारपीट के आरोप लगाए हैं। रामसिंह का कहना हैं बेटे रामकुमार ने 6 अगस्त को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था, लेकिन किशोरी के परिजनों ने रन्नौद पुलिस से मिलकर जेल पहुंचाने से पहले उसकी मारपीट करवाई थी और उसे करंट लगवाया था। इसके बाद से रामकुमार की हालत बिगड़ गई थी और इसी कारण से उसकी मौत हो गई।
यह बोले जिम्मेंदार
– हमने आरोपी का मेडिकल करवाकर उसे जेल दाखिल करवाया था। तब उसे कोई दिक्कत नही थी। मारपीट के आरोप निराधार है।
अरविंद चौहान, थाना प्रभारी रन्नौद।
– बंदी को मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया था। वहां पर उसके फैफड़ो में खराबी निकली थी। हमने उसको बेहतर इलाज के लिए ग्वालियर भी भर्ती कराया, लेकिन उसकी वहां पर इलाज के दौरा मौत हो गई।
दिलीप सिंह, जेलर, सर्किल जेल, शिवपुरी।