अब मप्र के विद्यार्थी भी बन सकेंगे विश्वरूप ओलंपियाड का हिस्सा
बच्चों को चित्रों के माध्यम से दी जाएगी भारतीय संविधान की जानकारी
शिवपुरी। भारतीय संविधान पर आधारित विश्वरूप ओलंपियाड में इस सत्र से मध्य प्रदेश के विद्यार्थीयों को भी भाग लेने का मौका मिलेगा। प्रदेश के जो इच्छुक स्कूल या विद्यार्थी हैं वे अपना पंजीकरण 30 सितंबर तक करवा सकेंगे।
शहर के गीता पब्लिक स्कूल में विजिट करने आए विश्वरूप के डायरेक्टर मुकेश भारद्वाज ने बताया कि देश का संविधान दो हिस्सों में है। एक हिस्सा वह है जिसे हम पढ़ते हैं और उसका दूसरा हिस्सा उस पर छपे हुए चित्र होते हैं, लेकिन समाज में उन चित्रों के ऊपर कोई चर्चा होती नहीं है। हमारा जो ओलंपियाड है, यह पूरे तरीकों से उन चित्रों पर आधारित है। ये चित्र कहां से आए ? उनका ऐतिहासिक महत्व क्या है? वह हमारे देश के नागरिकों को किस प्रकार के गुणों को धारण करने की प्रेरणा देते हैं? इन सभी की जानकारी मिलेगी। हमारा मुख्य उद्देश्य है कि भारत की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, ज्ञान, संस्कार और विचारों का देश के हर बच्चें को पता चल सके। इस उद्देश्य से हमने इस ओलंपियाड की रचना की है। इस ओलंपियाड को अब तक छह राज्य सरकारें अधिग्रहित कर चुकीं हैं।
तीन चरणों में होगा ओलंपियाड
यह ओलंपियाड तीन चरण में हैं। पहला चरण 26 नवंबर को होगा, क्योकि 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। दूसरा चरण 25 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच में होगा। 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों की याद में शहीदी दिवस मनाने का फैसला किया है। तीसरा चरण ११ जनवरी को होगा, इस दिन स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन होता है। उनके आदर्शो के बारे में बच्चों को जानकारी दी जाएगी। देश के संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के जन्म दिवस 14 अप्रैल को इस ओलंपियाड में शामिल होने वाले बच्चों को पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा।
