शिवपुरी। पोहरी रोड स्थित अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर सोमवार को नगरपालिका, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत बड़ी कार्यवाही हुई। इस दौरान बस स्टैंड पर रखी दो दर्जन गुमटियां हटाई गईं और वहां खड़ी पुरानी व कंडम बसों को भी हटवा दिया गया। बस स्टैंड के नक्शे में खामियों के कारण अब तक 40% दुकानें चालू नहीं हो पाई हैं।
गुमटियों पर कार्रवाई, दुकानदारों ने जताया विरोध
एसडीएम उमेश कौरव, तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा, नपा सीएमओ इशांक धाकड़ और कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ ने अपनी टीम के साथ शाम को बस स्टैंड पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। गुमटी संचालकों ने आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व सूचना के अतिक्रमण हटाया गया। हालांकि, उन्हें अपना सामान निकालने की अनुमति दी गई थी। जेसीबी मशीन की मदद से खाली गुमटियों को हटाया गया।
ठेकेदार के अतिक्रमण पर विवाद
कार्रवाई के दौरान बस स्टैंड के ठेकेदार जयसिंह रावत ने अपनी दुकानें हटाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे नपा की ओर से अधिकृत ठेकेदार हैं। इस बात पर अधिकारियों और ठेकेदार के बीच गर्मागर्म बहस भी हुई।
गलत डिजाइन बनी समस्या
बस स्टैंड का नक्शा ऐसा तैयार किया गया है कि व्यस्ततम रूटों, जैसे ग्वालियर-गुना के लिए बसों के पास दुकानें न बनाकर दीवार खड़ी कर दी गई। इसके पीछे की तरफ बनी दुकानें यात्रियों की पहुंच से दूर हैं, जिसके कारण वे अब तक चालू नहीं हो पाई हैं। इसी तरह बस स्टैंड के अंदर का मार्केट भी लगभग 40% बंद पड़ा है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
अतिक्रमण हटाने के बाद अब दीवार के आसपास कोई दुकान नहीं बची है। पहले यहां गुमटियां थीं, जहां यात्री रुकते और चहल-पहल रहती थी। अब यह स्थान सुनसान हो जाएगा, जिससे असुरक्षा का खतरा बढ़ेगा। विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए यह स्थान असुरक्षित हो सकता है। साथ ही, यह इलाका अघोषित रूप से गंदगी का केंद्र बन सकता है।
नपा को चाहिए सुधारात्मक कदम
शिवपुरी तेज खबर की विशेष रिपोर्ट।
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