
शिवपुरी जिले के कोलारस क्षेत्र की रहने वाली कुसुम जाटव ने अपने बेटे विनोद जाटव को एक पुराने परिचित की मौत के मामले में झूठा फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंपा है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एफआईआर से उनके बेटे का नाम हटाने की अपील की है।
कुसुम जाटव निवासी मानीपुरा कोलारस ने बताया है कि उनका बेटा विनोद जाटव कोलारस में बिल्डिंग रिपेयरिंग का काम करता है। करीब तीन-चार साल पहले अनिल जाटव निवासी इंदिरा कॉलोनी जगतपुर कोलारस ने उसकी दुकान पर काम किया था, जिससे दोनों में जान-पहचान हो गई थी।
कुसुम के अनुसार, अनिल जाटव के खिलाफ बिजली तार चोरी के करीब 8 मामले थानों में दर्ज हैं। 7 जुलाई 2025 को अनिल गोरा टीला इलाके में 11 केवी के बिजली खंभे पर तार काटने के लिए चढ़ा था, तभी उसे करंट लग गया और वह नीचे गिरकर घायल हो गया। इसके बाद उसके दो साथी रामपाल लोधी और बृजेंद्र लोधी उसे मेडिकल कॉलेज शिवपुरी ले गए, जहां इलाज के दौरान 8 जुलाई को उसकी मौत हो गई।
कुसुम ने बताया कि अनिल के मोबाइल से रामपाल लोधी ने विनोद को घटना की सूचना दी थी, जिसके बाद विनोद ने अनिल के परिजनों को जानकारी दी। इसी आधार पर विनोद को इस मामले में झूठा फंसा दिया गया है। कुसुम का यह भी आरोप है कि अनिल के परिवार के कुछ सदस्य और एक संगठन विशेष के पदाधिकारी तीन लाख रुपये की मांग कर रहे थे। मांग पूरी नहीं होने पर ही विनोद का नाम एफआईआर में डलवाया गया है।
उन्होंने पुलिस से विनोद के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट और टावर लोकेशन निकलवाकर सच्चाई सामने लाने की मांग की है। साथ ही जब तक जांच पूरी न हो, तब तक विनोद की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की है। कुसुम ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।