
शिवपुरी।
शिवपुरी में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जूस व्यापारी कपिल मिनोचा की हत्या की साजिश उसके ही चचेरे भाई गणेश मिनोचा ने रची थी। संपत्ति विवाद को लेकर गणेश ने कपिल की हत्या के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी। हालांकि हमलावरों के दो वार में से एक चाकू टूट गया और कपिल की जान बच गई। गंभीर रूप से घायल कपिल का अस्पताल में इलाज जारी है।
पुलिस ने मामले की गहन जांच के बाद आरोपी गणेश समेत सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पत्नी ने जताया था गणेश पर संदेह
17 जुलाई की रात 9:30 बजे कपिल मिनोचा जब माधव चौक स्थित अपनी जूस की दुकान बंद कर घर लौट रहे थे, तभी पतंजलि वाली गली में दो नकाबपोश युवकों ने उन पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। गर्दन और पीठ पर गंभीर वार हुए, लेकिन किस्मत से जान बच गई। कपिल की पत्नी ने घटना की जानकारी लगते ही अपने जेठ गणेश पर शक जताया था, जो बाद में सही साबित हुआ।
ऐसे रची गई साजिश
पुलिस पूछताछ में आरोपी गणेश ने बताया कि कपिल जूस की दुकान से कमाई छिपा लेता था और परिवार की संपत्ति भी अपने नाम कर ली थी। साथ ही कपिल की पत्नी अक्सर गणेश की मां से बदतमीज़ी करती थी। इसी रंजिश में उसने कपिल को रास्ते से हटाने की ठान ली।
गणेश की मुलाकात जैन डेयरी के पास सिगरेट पीते समय आशिफ नामक युवक से हुई, जिसने हत्या का प्लान सुनकर हामी भर दी। आशिफ ने अपने साथी अरवाज खान से मिलवाया, जिसने अपने दो और साथियों दानिश और छुन्ना को जोड़ा। हत्या की डील 25 लाख में तय हुई, जिसमें 50,000 रुपये एडवांस दिए गए।
हमले के दिन की प्लानिंग
हमले से पहले बदमाशों ने कई दिनों तक कपिल की रेकी की। घटना वाले दिन दानिश और छुन्ना पहले से वीर सावरकर कॉलोनी में मौजूद थे। जैसे ही कपिल एक्टिवा से घर पहुंचा, आशिफ और अरवाज ने पीछे से लोकेशन बताई और दानिश ने हमला कर दिया। चाकू गर्दन और पीठ पर लगा, लेकिन टूट जाने के कारण हमला अधूरा रह गया। हमलावर भाग निकले।
तकनीकी साक्ष्यों से खुला राज
थाना देहात प्रभारी निरीक्षक रत्नेश सिंह यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और मुखबिरों की मदद से आरोपियों को दबोचा। आशिफ को घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल समेत पकड़ा गया, जिसने पूरी साजिश का खुलासा किया।
मुख्य आरोपी
पकड़े गए मुख्य आरोपी हैं:
गणेश मिनोचा (सुपारी देने वाला)
आशिफ, अरवाज खान, दानिश, और छुन्ना उर्फ अजीत शाह (हमलावर)

आशिफ, अरवाज खान, दानिश, और छुन्ना उर्फ अजीत शाह (हमलावर)
इनमें से कुछ के खिलाफ पहले से आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। इस पूरे ऑपरेशन में निरीक्षक रत्नेश सिंह यादव और उनकी टीम, साइबर सेल तथा सीसीटीवी प्रभारी की सराहनीय भूमिका रही।
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यह मामला ना सिर्फ अपराध का एक उदाहरण है, बल्कि पारिवारिक विवादों की खतरनाक परिणति को भी उजागर करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी वारदात को समय रहते रोका जा सका।